फर्क़
पड़ता है
सह लेते है, हर दर्द खुशी से,
पर दर्द तेरे देने से फर्क़ पड़ता है I
पार हो जाते है, जिन्दगी की चुनोतियों से,
एक तेरे ठहर जाने से फर्क़ पड़ता है I
मजबूत दिल की हर धड़कन मेरी,
पर इसमें तेरे निकल जाने से फर्क़ पड़ता है I
मोह-माया इस जग की, अब नहीं आकर्षित करती,
पर एक तेरे खामोश हो जाने से फर्क़ पड़ता है I
पल-पल निकालते है, जीवन का हर पल शान से,
पर एक तेरे रूठ जाने से फर्क़ पड़ता है I
बाँधा है साँसों की ड़ोर को तेरे साथ कुछ इस तरह,
एक भी धागे के खींच जाने से फर्क़ पड़ता है I
तुम सोचो या ना सोचो,या ना अनुभव भी करो,
तेरे एक न होने से मेरे जीवन पर फर्क़ पड़ता है I
😃
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